उदयपुर, 17 नवम्बर 2022 :उदयपुर-अहमदाबाद रेलवे ट्रैक ब्लास्ट मामले में पुलिस और राजस्थान ATS टीम ने मुख्य आरोपी सहित तीन आरोपियों को हिरासत में लिया गया है। इसमें विस्फोटक बेचने वाला भी शामिल है। पुलिस सूत्रों के अनुसार चार आरोपियों ने उदयपुर में ओडा पुल को ब्लास्ट की घटना को अंजाम दिया था। रेलवे प्रशासन से मुआवजे की बात को लेकर मुख्य आरोपी नाराज चल रहे थे। इनसे पूछताछ में कई और अहम जानकारियां सामने आने वाली हैं।
उदयपुर अहमदाबाद ट्रैक ब्लास्ट प्रकरण में मुख्य आरोपी फूलचंद महिला को बताया गया है , जिसकी जमीन रेलवे ट्रैक और ब्रिज बनाने में अधिग्रहित की गई थी और आरोपी फूलचंद मीणा को इसका उचित मुआवजा भी नहीं मिला था। इससे नाराज होकर उसने इस घटना को अंजाम दिया था।
ATS-SOG एडीजी अशोक राठौड़ ने गुरुवार शाम को जयपुर में कहा कि ब्लास्ट मामले में धूलचंद मीणा (32), प्रकाश मीणा (18) और एक 17 साल के अन्य नाबालिग लड़के को पकड़ा गया है। तीनों आरोपी उदयपुर के जावर माइंस के एकलिंगपुरा क्षेत्र के निवासी हैं। इसके साथ ही विस्फोटक बेचने वाले अंकुश सुहालका नाम के व्यापारी को भी हिरासत में लिया गया है। पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि उनका उद्देश्य जनहानि का नहीं था। इसके साथ ही डूंगरपुर के आसपुर इलाकें में मिले विस्फोटक वाली घटना से उनका कोई कनेक्शन नहीं है।
पुलिस की थ्योरी के अनुसार आरोपियों ने ट्रेन निकल जाने के बाद उदयपुर अहमदाबाद रेलवे ट्रैक के ओवर ब्रिज पर विस्फोटक लगाया था । इससे प्रतीत होता है कि उनकी मंशा जनहानि की नहीं थी। आरोपी मोटरसाइकिल लेकर घटनास्थल तक पहुंचे थे। घटना के बाद तीनों आरोपी भागकर उदयपुर के सवीना इलाके में छुप गए थे और उन्होंने अपना मोबाइल भी बंद कर लिया था। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार उदयपुर अहमदाबाद रेलवे ट्रैक में आरोपियों की तीनों आरोपियों की जमीन अवाप्ति गई थी और उसका आरोपियों को उचित मुआवजा नहीं मिला था। इससे नाराज होकर उन्होंने सरकारी सिस्टम का ध्यान आकर्षित करने के लिए रेलवे ट्रैक पर ब्लास्ट करने की साजिश रची थी।