जयपुर, 21 जून। कृृषि आयुक्त श्री कानाराम ने निर्देश दिये कि कृृषि बजट घोषणाओं एवं योजनाओं का क्रियान्वयन समयबद्ध और पारदर्शी तरीके से किया जाये। श्री कानाराम मंगलवार को विभाग की अनुसंधान शाखा एवं गुण नियंत्रण शाखा द्वारा संचालित किसान हितार्थ योजनाओं की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे।
कृृषि आयुक्त ने कहा कि राज्य सरकार की मंशानुसार किसानों को उनके हितार्थ चलाई जा रही योजनाओं का लाभ समय पर तथा त्वरित गति से दिलवाने का प्रयास होना चाहिए, ताकि कृृषकों की आय में वृृद्धि के साथ-साथ राज्य में कृृषि उत्पादन बढ़ सके। राजस्थान जैविक खेती मिशन कार्यक्रम की समीक्षा के दौरान उन्होंने बताया कि राज्य में जैविक खेती को बढ़ावा देने के प्रयास प्रगति पर हैं। इसके तहत सरकार जैविक खेती में उत्कृृष्ट प्रदर्शन करने वाले 3 कृृषकों को प्रतिवर्ष एक-एक लाख रूपये का राज्य स्तरीय पुरस्कार से सम्मानित करती है।
कृृषि आयुक्त ने गुण नियंत्रण शाखा की समीक्षा के दौरान 1 से 30 जून तक चलने वाले गुण नियंत्रण अभियान की समीक्षा के दौरान निर्देश दिये कि जिलेवार खाद, बीज एवं कीटनाशकों के नमूने लेने के लक्ष्यों का निर्धारण किया जाये तथा अधिक से अधिक निरीक्षण कर खरीफ में किसानों के लिए उत्तम गुणवत्ता के कृृषि आदानों की उपलब्धता सुनिश्चित की जाये। बैठक में बताया गया कि इस अभियान के तहत 17 जून तक 2 हजार 460 निरीक्षण किये गये तथा 1 हजार 994 नमूने एकत्रित किये गये। 11 प्रतिष्ठानों की बिक्री पर रोक, 4 प्रतिष्ठानों पर जब्ती की कार्यवाही की गयी।
बैठक में ऑर्गेनिक कम्योडिटी बोर्ड के गठन के साथ नेशनल मिशन फॉर सस्टेनेबल एग्रीकल्चर, परम्परागत कृृषि विकास योजना तथा वैश्विक पर्यावरण सुविधा - हरित कृृषि परियोजना की समीक्षा भी की गई।
समीक्षा बैठक में संयुक्त निदेशक (ए.टी.सी.) श्री अर्जुन लाल एवं उप निदेशक (गुण नियंत्रण) श्री उदय भान सिंह सहित अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।