हिंडनबर्ग केस में सुप्रीम कोर्ट की एक्सपर्ट कमेटी की रिपोर्ट सार्वजनिक कर दी गई। रिपोर्ट में अडानी ग्रुप को आरोपों से मुक्त करते हुए कहा गया है कोई भी बाजार को स्थिर करने की कोशिश नहीं हुई है। कोई भी आर्टिफीशियल यानी कि दिखावे के लिए ट्रेडिंग नहीं हुई है।
सुप्रीम कोर्ट की ओर से गठित एक्सपर्ट कमेटी को ग्रुप के खिलाफ जांच में कोई सबूत नहीं मिले हैं। सुप्रीम कोर्ट की एक्सपर्ट कमेटी ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि अडानी ग्रुप द्वारा शेयर की कीमत में मैनिपुलेशन के कोई सबूत नहीं मिले हैं। जांच कमेटी ने सेबी की 4 रिपोर्टस का हवाला दिया है। मिली जानकारी के मुताबिक, ये रिपोर्ट सुप्रीम कोर्ट में जमा की गई है। साथ ही एक्सपर्ट कमेटी ने अपनी जांच रिपोर्ट ने कहा है कि अडानी ग्रुप ने स्टॉक एक्सचेंज को सभी जरूरी जानकारियां दी थीं। ग्रुप के शेयर पहले से ही एडिशनल सर्विलांस Measures की निगरानी में थे। आपको बता दें कि SEBI ने भी ED को जो रिपोर्ट दी है उसमें अडानी ग्रुप पर कोई आरोप नहीं लगाया गया है। यह अडानी ग्रुप के लिए बड़ी राहत की खबर है।
SC कमेटी ने कहा है कि अदाणी समूह ने लाभ पाने वाले मालिकों के नाम उजागर किए और SEBI ने भी अदाणी समूह की ओर से दी गई जानकारी को गलत नहीं बताया है। सुप्रीम कोर्ट कमेटी के मुताबिक, अदाणी समूह ने न्यूनतम पब्लिक शेयरहोल्डिंग को लेकर भी कानून का पालन किया।
सुप्रीम कोर्ट द्वारा नियुक्त की गई कमेटी ने यह भी कहा है कि अमेरिकी शॉर्टसेलर हिंडनबर्ग की रिपोर्ट आने के बाद से अदाणी समूह में खुदरा निवेश बढ़ा है और समूह ने भी हिंडनबर्ग की रिपोर्ट आने के बाद निवेशकों को राहत देने की कोशिश की थी। कमेटी का दावा है कि हिंडनबर्ग रिपोर्ट आने के बाद शॉर्टसेलरों ने मुनाफा कमाया और SC कमेटी ने इसकी जांच किए जाने की सिफारिश की है।