जयपुर, 25 जुलाई। राज्य में क्रूड ऑयल और प्राकृतिक गैस का उत्पादन बढ़ाने और प्राकृतिक गैस के प्रदेश में ही औद्योगिक उपयोग की कार्ययोजना बनाई जाएगी। प्रमुख सचिव खान एवं पेट्रोलियम श्री टी. रविकान्त ने शुक्रवार को सचिवालय में पेट्रोलियम विभाग, ऑयल इण्डिया, ओएनजीसी और कैयर्न वेदान्ता के प्रतिनिधियों के साथ बैठक में तेल और गैस के उत्पादन को बढ़ाने के लिए नवीनतम तकनीक को अपनाने और एक्सप्लोरेशन कार्य को गति देने के निर्देश दिए । उन्होंने बताया कि इस समय प्रदेश में 60 से 61 हजार बैरल क्रूड ऑयल और लगभग 3.2 मिलियन घन मीटर प्राकृतिक गैस का प्रतिदिन उत्पादन हो रहा है।
श्री रविकान्त ने कहा कि तेल उत्पादक कंपनियां प्रदेश के सीमेंट प्लांटों विशेषकर जैसलमेर में स्थित प्लांट्स में ग्रीन उर्जा के रुप में गैस की उपलब्धता और उपयोग की संभावनाओं को तलाशे। इससे प्रदेश में उत्पादित प्राकृतिक गैस का प्रदेश में ही औद्योगिक उपयोग हो सकेगा और इससे उत्पादक कंपनियों को यहीं पर बाजार और सीमेंट कंपनियों को सस्ती व हरित उर्जा प्राप्त हो सकेगीं। इसके लिए निदेशक पेट्रोलियम को भी समन्वय व सहयोग के निर्देश दिए।
प्रमुख सचिव श्री रविकान्त ने बताया कि राज्य के बाड़मेर-सांचोर बेसिन में केयर्न वेदान्ता, जैसलमेर बेसिन और बीकानेर-नागौर बेसिन में ऑयल इण्डिया और ओएनजीसी कच्चे तेल और गैस का उत्पादन कर रही है। उन्होंने कहा कि तीनों बेसिन में तेल और गैस के प्रचुर भण्डार को देखते हुए खोज और उत्पादन में नई तकनीक अपनाने की आवश्यकता है। उन्होंने स्थानीय स्तर पर सीएसआर गतिविधियों को भी विस्तारित करने पर जोर दिया।
कैयर्न इण्डिया की और से परियोजना निदेशक श्री विनय माथुर, एक्स्पलोरेशन प्रमुख श्री राजकुमार यादव, कॉरपोरेट अफेयर प्रमुख श्री शाश्वत कुलश्रेष्ठ और श्री राहुल दत्त माथुर ने कैयर्न की परियोजनाओं, भावी कार्यक्रमों और सीएसआर गतिविधियों की विस्तार से जानकारी दी। इसी तरह से ऑयल इण्डिया के ईडी आरएफ श्री संजय वर्मा, श्री संजय धीरज श्री रितुपर्ण शर्मा और श्री पंकज मलिक ने प्रजेंटेशन के माध्यम से वर्तमान प्रगति और भावी कार्ययोजना की जानकारी दी। ओएनजीसी के जीजीएम बेसिन मैनेजर श्री विकास मोहन, सीजीएम श्री तरुण कुमार और जीएम श्री प्रमोद त्रिपाठी ने बताया कि ओएनजीसी द्वारा उत्पादन बढ़ाने की कार्ययोजना तैयार कर ली है और अगस्त माह से क्रियान्वयन आरंभ हो जाएगा।
पेट्रोलियम निदेशक श्री अजय शर्मा ने बताया कि राज्य में इन कंपनियों से गत वित्तीय वर्ष में 2688 करोड़ 91 लाख रुपए का राजस्व प्राप्त हुआ है। उन्होंने बताया कि राज्य मेंगत वर्ष 24.88 मिलियन बैरल क्रूड ऑयल व 1250.82 मिलियन घन मीटर गैस का उत्पादन हो रहा है।
बैठक में विशेषाधिकारी श्री श्रीकृष्ण शर्मा, अधीक्षण भूवैज्ञानिक, सचिवालय श्री सुनील वर्मा, पेट्रोलियम विभाग के उप निदेशक श्री रोहित मल्लाह, श्री मोहन कुमावत और सहायक निदेशक श्री अंकित सोनी व ऑयल कंपनियों के प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया।