तमिलनाडु के मंत्री उदयनिधि स्टालिन 'सनातन धर्म को ख़त्म किए जाने' वाले बयान को लेकर विवादों में हैं। वहीं एक बार फिर से उन्होंने अपनी बात पर अड़े रहते हुए कहा कि "मैं ये बात बार-बार कहूंगा।" हालांकि स्टालिन ने ये भी कहा कि उन्होंने सिर्फ जातिगत भेदभाव की निंदा की है।
उन्होंने कहा, "परसों मैंने एक समारोह में इसके बारे में (सनातन धर्म) बोला था. मैंने जो भी कहा, मैं वही बात बार-बार दोहराऊंगा. मैंने सिर्फ हिंदू धर्म ही नहीं, बल्कि सभी धर्मों को इसमें शामिल किया. मैंने जातिगत मतभेद की निंदा की।"
अब तमिलनाडु सरकार में मंत्री और मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के बेटे उदयनिधि स्टालिन के सनातन धर्म पर दिए विवादास्पद बयान को लेकर देश के 262 प्रबुद्ध जनों ने CJI जस्टिस चंद्रचूड़ को पत्र लिखकर माँग की है कि सुप्रीम कोर्ट इस हेट स्पीच पर स्वतः संज्ञान लेकर उदयनिधि के खिलाफ़ अदालत की अवमानना की कार्रवाई करे।
पत्र लिखने वालों में कई हाईकोर्ट के रिटायर्ड जज, रिटायर्ड डिप्लोमेट्स, सैन्य अधिकारी शामिल हैं।